PM Kisan 20th Installment: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, जिसे आमतौर पर पीएम किसान योजना के नाम से जाना जाता है, देश के किसानों के हित के लिए केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही एक महत्वपूर्ण योजना है। यह योजना भारत सरकार की अब तक की सबसे प्रतिष्ठित और उत्कृष्ट योजनाओं में से एक है, क्योंकि इसके माध्यम से किसानों को सीधे आर्थिक राहत प्रदान की जाती है।
योजना का महत्व
पीएम किसान योजना के अंतर्गत, केंद्र सरकार द्वारा हर 4 महीने के अंतराल पर किसानों के बैंक खातों में आर्थिक सहायता राशि सीधे ट्रांसफर की जाती है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश के छोटे और सीमांत किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है, जिससे वे अपनी खेती-बाड़ी को बेहतर तरीके से कर सकें और अपनी आजीविका को सुरक्षित कर सकें।
अब तक की प्रगति
वर्तमान समय तक, केंद्र सरकार द्वारा पीएम किसान योजना के अंतर्गत पंजीकृत किसानों को 19 किस्तें उपलब्ध करवाई जा चुकी हैं। प्रत्येक किस्त में किसानों को 2,000 रुपये की राशि प्रदान की जाती है, जिससे एक वित्तीय वर्ष में कुल 6,000 रुपये की सहायता मिलती है। अब, सभी लाभार्थी किसान 20वीं किस्त का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
20वीं किस्त की संभावित तिथि
जैसा कि आप जान चुके हैं, भारत सरकार द्वारा पीएम किसान योजना की अब तक 19 किस्तें जारी की जा चुकी हैं और अब 20वीं किस्त जारी होने वाली है। हालांकि, फिलहाल केंद्र सरकार द्वारा 20वीं किस्त को जारी करने की कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।
चूंकि पिछली किस्त (19वीं) हाल ही में जारी की गई थी और अभी 4 महीने का निर्धारित समय पूरा नहीं हुआ है, इसलिए 20वीं किस्त के जारी होने में थोड़ा समय लग सकता है। विशेषज्ञों के अनुमान के अनुसार, 20वीं किस्त जून महीने के अंत में या जुलाई महीने की शुरुआत में जारी की जा सकती है।
लाभार्थी किसानों की संख्या
अगर हम 19वीं किस्त के लाभार्थियों की संख्या पर नज़र डालें, तो पीएम किसान योजना की 19वीं किस्त लगभग 9.8 करोड़ किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर की गई थी। सरकार द्वारा सभी लाभार्थी किसानों को डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से उनके बैंक खातों में राशि ट्रांसफर की जाती है।
ई-केवाईसी की आवश्यकता
जिन किसानों को अब तक सभी 19 किस्तें प्राप्त हो चुकी हैं, उन्हें 20वीं किस्त का लाभ लेने के लिए अपनी ई-केवाईसी अवश्य पूरी करवानी होगी। ई-केवाईसी पूरी होने पर ही आगामी किस्त आपके बैंक खाते में सीधे ट्रांसफर होगी।
जो किसान अभी तक अपनी ई-केवाईसी पूरी नहीं करवा पाए हैं, वे जल्द से जल्द पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट (pmkisan.gov.in) पर जाकर अपनी ई-केवाईसी प्रक्रिया को पूरा करें, ताकि 20वीं किस्त बिना किसी रुकावट के उनके बैंक खाते में प्राप्त हो सके।
योजना का पंजीकरण
यदि आप एक किसान हैं और अभी तक पीएम किसान योजना का लाभ नहीं ले रहे हैं, तो आप इस योजना के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करवा सकते हैं। पंजीकरण के लिए आपको पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा और वहां दिए गए निर्देशों का पालन करना होगा।
पंजीकरण के बाद, आपका आवेदन संबंधित अधिकारियों द्वारा सत्यापित किया जाएगा और सत्यापन के बाद ही आप इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकेंगे।
20वीं किस्त का स्टेटस कैसे चेक करें?
अगर आप पीएम किसान योजना की 20वीं किस्त का स्टेटस चेक करना चाहते हैं, तो निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
1.सबसे पहले, पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट (pmkisan.gov.in) पर जाएं।
2.होम पेज पर, “Farmer’s Corner” सेक्शन में जाएं।
3.इस सेक्शन में, “Beneficiary Status” का ऑप्शन मिलेगा, उस पर क्लिक करें।
4.क्लिक करने के बाद, एक नया पेज खुलेगा जहां आपको मांगी गई जानकारी दर्ज करनी होगी।
5.सभी जानकारी भरने के बाद, “Submit” बटन पर क्लिक करें।
6.इसके बाद, आपकी किस्त का स्टेटस स्क्रीन पर दिखाई देगा।
पीएम किसान सम्मान निधि योजना देश के किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण योजना है, जो उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करती है। अब तक 19 किस्तें जारी की जा चुकी हैं और 20वीं किस्त जल्द ही जारी होने की उम्मीद है। यदि आप इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो अपना पंजीकरण करवाएं और अपनी ई-केवाईसी प्रक्रिया को पूरा करें।
अन्य सरकारी योजनाएँ
केंद्र सरकार द्वारा किसानों के हित के लिए पीएम किसान योजना के अलावा भी कई अन्य योजनाएं चलाई जा रही हैं, जैसे सोलर रूफटॉप सब्सिडी योजना, पीएम उज्ज्वला योजना, और गौ पालन योजना। इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए, आप संबंधित विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और आवेदन कर सकते हैं।
डिस्क्लेमर
यह लेख केवल जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। पीएम किसान योजना और अन्य सरकारी योजनाओं के बारे में विस्तृत और अद्यतन जानकारी के लिए, कृपया संबंधित विभागों की आधिकारिक वेबसाइट का संदर्भ लें। इस लेख में दी गई जानकारी लेखन के समय सही थी, परंतु समय के साथ नियमों और प्रावधानों में परिवर्तन हो सकता है।