FASTag New Rule: भारत में यात्रा करने वाले वाहन मालिकों के लिए फास्टैग एक अत्यंत महत्वपूर्ण उपकरण बन गया है। टोल प्लाजा पर बिना रुके भुगतान करने की यह सुविधा आज के समय में अनिवार्य हो गई है। हाल ही में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने फास्टैग उपभोक्ताओं के लिए एक नया निर्देश जारी किया है, जिसके अनुसार सभी फास्टैग धारकों को 31 मार्च 2025 तक अपनी केवाईसी (KYC) अपडेट करवानी होगी। यह निर्णय वाहन मालिकों को अपने फास्टैग को सुचारू रूप से चालू रखने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि निर्धारित तिथि के बाद बिना अपडेटेड केवाईसी वाले फास्टैग निष्क्रिय कर दिए जाएंगे, चाहे उनमें कितना भी बैलेंस क्यों न हो।
केवाईसी अपडेट की अनिवार्यता
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने फास्टैग उपयोगकर्ताओं के लिए केवाईसी अपडेट करवाने की अंतिम तिथि 31 मार्च 2025 निर्धारित की है। यह नियम सभी फास्टैग धारकों पर लागू होता है, चाहे आपका फास्टैग किसी भी बैंक या जारीकर्ता द्वारा जारी किया गया हो। केवाईसी अपडेट न करवाने पर आपका फास्टैग ब्लैकलिस्ट हो जाएगा, जिसका अर्थ है कि आप राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल भुगतान के लिए इसका उपयोग नहीं कर पाएंगे। यह नियम सरकार द्वारा डिजिटल भुगतान प्रणाली में पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लागू किया गया है, जिससे टोल संग्रह प्रक्रिया और अधिक सुव्यवस्थित हो सके।
एक वाहन-एक फास्टैग नियम
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के निर्देशों के अनुसार, NHAI ने “एक वाहन-एक फास्टैग” नियम को सख्ती से लागू किया है। इस नियम का मुख्य उद्देश्य है कि एक वाहन के लिए केवल एक ही फास्टैग सक्रिय रहे। अगर किसी वाहन के लिए एक से अधिक फास्टैग जारी किए गए हैं, तो केवल सबसे हाल में जारी किया गया फास्टैग ही सक्रिय रहेगा और बाकी सभी निष्क्रिय कर दिए जाएंगे। यह नियम टोल प्लाजा पर होने वाली देरी और धोखाधड़ी को कम करने के लिए बनाया गया है, जिससे यात्रियों को सुविधा मिलेगी और टोल संग्रह प्रणाली अधिक कुशलता से काम कर सकेगी।
फास्टैग के लाभ और महत्व
फास्टैग ने भारतीय राजमार्गों पर यात्रा करने का अनुभव पूरी तरह से बदल दिया है। इसके कई लाभ हैं जो इसे वाहन मालिकों के लिए आवश्यक बनाते हैं। सबसे पहले, फास्टैग के माध्यम से आप टोल प्लाजा पर बिना रुके भुगतान कर सकते हैं, जिससे समय और ईंधन की बचत होती है। दूसरा, यह नकदरहित भुगतान को बढ़ावा देता है, जिससे पारदर्शिता बढ़ती है और भ्रष्टाचार कम होता है। तीसरा, फास्टैग के माध्यम से टोल भुगतान करने पर राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा विभिन्न छूट और प्रोत्साहन भी प्रदान किए जाते हैं। इसके अलावा, फास्टैग के उपयोग से वाहनों के टोल प्लाजा पर लगने वाले समय में कमी आती है, जिससे यातायात जाम की समस्या कम होती है और पर्यावरण पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
केवाईसी अपडेट प्रक्रिया – एनएचएआई फास्टैग पोर्टल के माध्यम से
यदि आप अपने फास्टैग की केवाईसी अपडेट करना चाहते हैं, तो एनएचएआई फास्टैग पोर्टल के माध्यम से यह प्रक्रिया आसानी से पूरी की जा सकती है। सबसे पहले एनएचएआई फास्टैग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर प्राप्त ओटीपी के माध्यम से लॉगिन करें। लॉगिन करने के बाद, ‘माय प्रोफाइल’ सेक्शन में जाएं और वहां से केवाईसी टैब पर क्लिक करें। अब आप अपनी व्यक्तिगत जानकारी, आधार कार्ड, पैन कार्ड और अन्य आवश्यक दस्तावेजों को अपडेट कर सकते हैं। सभी जानकारी भरने के बाद आवश्यक दस्तावेजों को अपलोड करें और फाइनल सबमिट बटन पर क्लिक करें। इसके बाद आपकी केवाईसी अपडेट प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
बैंक जारी फास्टैग के लिए केवाईसी अपडेट प्रक्रिया
यदि आपका फास्टैग किसी बैंक द्वारा जारी किया गया है, तो आपको थोड़ी अलग प्रक्रिया का पालन करना होगा। सबसे पहले नेशनल इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन (NETC) फास्टैग वेबसाइट पर जाएं। वहां से अपने बैंक का चयन करें जिसने आपका फास्टैग जारी किया है। इसके बाद आपको अपने बैंक के फास्टैग पोर्टल पर रीडायरेक्ट किया जाएगा। अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर या अन्य आवश्यक विवरण का उपयोग करके लॉगिन करें। लॉगिन करने के बाद, केवाईसी अपडेट सेक्शन में जाकर अपनी सभी आवश्यक जानकारी और दस्तावेज अपडेट करें। सभी विवरण सही तरीके से भरने के बाद सबमिट बटन पर क्लिक करें। आपकी केवाईसी अपडेट प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और आपको एक पुष्टिकरण संदेश प्राप्त होगा।
केवाईसी अपडेट न करने के परिणाम
यदि आप 31 मार्च 2025 तक अपने फास्टैग की केवाईसी अपडेट नहीं करवाते हैं, तो आपका फास्टैग निष्क्रिय कर दिया जाएगा। इसका मतलब है कि भले ही आपके फास्टैग खाते में पर्याप्त बैलेंस हो, आप इसका उपयोग टोल भुगतान के लिए नहीं कर पाएंगे। निष्क्रिय फास्टैग के साथ टोल प्लाजा पर जाने पर आपको डबल टोल शुल्क का भुगतान करना पड़ेगा या फिर नकद भुगतान करना होगा, जिससे समय की हानि होगी और यात्रा अधिक महंगी हो जाएगी। इसके अलावा, फास्टैग को पुन: सक्रिय करवाने की प्रक्रिया भी समय लेने वाली हो सकती है, जिससे आपको अतिरिक्त परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
फास्टैग ने भारतीय राजमार्गों पर यात्रा करने का अनुभव बदल दिया है, और इसकी महत्ता को देखते हुए, सभी वाहन मालिकों के लिए इसकी केवाईसी अपडेट करवाना अत्यंत आवश्यक है। NHAI द्वारा निर्धारित की गई अंतिम तिथि 31 मार्च 2025 से पहले अपने फास्टैग की केवाईसी अपडेट करवाकर आप बिना किसी बाधा के अपनी यात्रा जारी रख सकते हैं। याद रखें, समय पर केवाईसी अपडेट न केवल आपकी यात्रा को सुविधाजनक बनाएगा बल्कि आपको अतिरिक्त शुल्क और परेशानियों से भी बचाएगा। अतः अपने फास्टैग की केवाईसी अपडेट प्रक्रिया को प्राथमिकता दें और सुचारू यात्रा का आनंद लें।
यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्य के लिए है। फास्टैग से संबंधित नियमों और प्रक्रियाओं में समय-समय पर परिवर्तन हो सकता है। अधिक विस्तृत और अद्यतन जानकारी के लिए कृपया NHAI की आधिकारिक वेबसाइट या अपने फास्टैग जारीकर्ता बैंक से संपर्क करें। इस लेख में दी गई जानकारी के उपयोग से होने वाले किसी भी नुकसान के लिए लेखक या प्रकाशक उत्तरदायी नहीं होंगे।